जया पार्वत्री व्रत का महत्व
Jaya Parvati Vrat 2024 Date: मित्रो जया पार्वत्री व्रत का हिन्दू धर्म मे विशेष महत्व है। यह व्रत हिंदी पंचांग के अनुसार हर वर्ष आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष के त्रयोदशी तिथि से शुरू होता है और श्रावण मास के कृष्णपक्ष की तृतीया तिथि को समाप्त होता है। इस व्रत में भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन किया जाता है। और यह व्रत पूरे पांच दिनों तक चलता है। ऐसी मान्यता है कि जया पार्वती का व्रत पूरे 5 या 7 वर्षो तक रखा जाता है।
इसके पश्चयात इस व्रत का उद्यापन किया जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं और कुआरी कन्यायें रख सकती है। इस व्रत को जया-पार्वती व्रत अथवा विजया-पार्वती व्रत के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह व्रत माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है। जया पार्वती व्रत को गणगौर व्रत, हरतालिका तीज व्रत, मंगला गौरी व्रत और सौभाग्य सुंदरी व्रत के समान माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार जया पार्वती व्रत सौभाग्य की कामना के लिए विवाहित महिलाओं द्वारा किया जाता है। इसके अलावा इस दिन अविवाहित महिलाएं भी व्रत करती है और अच्छे पति की कामना के साथ माता पार्वती की पूजा करती है। इस व्रत की महिमा भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी को बताया था।
मित्रो आईये जानते है साल 2024 में जया पार्वती व्रत कब है? जाने सही दिन व तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन क्या खाना चाहिए और क्या नही खाना चाहिए। जानेगे
जया पार्वती व्रत पूजा विधि
Jaya Parvati Vrat 2024 Puja Vidhi: मित्रो अब पूजा करने की विधि को भी जान लेते है। जो इस प्रकार है।
- आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्नान आदि करके साफ व शुद्ध कपड़े पहनकर जया पार्वती व्रत का संकल्प ले। इसके बाद माता पार्वती का ध्यान करते हुए माता पार्वत्री को कुंमकुम, कस्तूरी, अष्टगंध, शतपत्र व माला फूल चढ़ाएं।
- इसके बाद नारियल, दाख, अनार या जो भी मौसम के अनुसार फल उपलब्ध हों उसे अर्पित करें। फिर पूरे विधि-विधान के साथ माता पार्वत्री का पूजन करें। और माता पार्वती का स्मरण करें व उनकी स्तुति करें। और माता पार्वत्री से विनती करे की हे माता जगह जननी शिवशंकर की प्रिया मुझ पर कृपा करके यह पूजन स्वीकार करे और मुझे सौभाग्य होने का वरदान दें। इसके बाद जया पार्वत्री व्रत से संबंधीत कथा सुने या पढ़े।
- इसके बाद कथा पूरी होने पर किसी भी गरीब भिछुक को या किसी ब्राह्मणों को भोजन आदि कराकर स्वयंम नमक रहित भोजन करें। और व्रत के अगले दिन शिवपार्वती की मूर्ति का विर्सजन करे। इस प्रकार जया पार्वती व्रत को पूरे विधि-विधान के साथ करने से माता पार्वती शीघ्र प्रसन्न होती हैं और हर मनोकामना पूरी करने का आर्शिवाद देती हैं।
जया पार्वती व्रत में क्या खाएं और क्या नही खाये
Jaya Parvati Vrat Kya Khaye Kya Nahi: मित्रो आषाढ़ मास का विशेष होता है इसलिए आषाढ़ मास के दौरान हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए जैसे –
- आप को बता दे की आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन जया पार्वत्री व्रत में नमक से बना हुआ कोई भी खाना नही खाना चाहिए। क्योकि इस व्रत में नमक खाना वर्जित होता है।
- इसके अलावा गेहूं का आटा और सभी तरह की सब्जियां भी नहीं खानी चाहिए। बल्कि जया पार्वत्री व्रत के दिन फल, दूध, दही, जूस, दूध से बनी कोई भी मिठाइयां खा सकते हैं।
- और व्रत के आखिरी दिन किसी भी शिवालय में जाकर भगवान शिव जी के साथ माता पार्वत्री की पूजा करने के बाद नमक, गेहूं के आटे से बनी रोटी या पूरी और सब्जी खाकर इस व्रत का उद्यापन किया जाता है।
जया पार्वती व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त
Jaya Parvati Vrat 2024 Date Time Shubh Muhurat: मित्रो अब पूजा करने का शुभ मुहूर्त को भी जान लेते है जो इस प्रकार है।
- अब आप को बतादे की साल 2024 में जया पार्वत्री व्रत 19 जुलाई दिन शुक्रवार को शुरू होगा और इस व्रत की समाप्ति होगी 24 जुलाई 2024 दिन बुधवार को
- जया पार्वती व्रत पूजा का शुभ मूहूर्त – 19 जुलाई 2024 को शाम 07 मिनट 01 से लेकर रात 09 बजकर 06 मिनट तक रहेगा
पूजा की कुल अवधि होगी – 02 घण्टे 05 मिनट - आषाढ़ मास की त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – 18 जुलाई 2024 को रात 08 बजकर 44 मिनट पर
आषाढ़ मास की त्रयोदशी तिथि समाप्त – 19 जुलाई 2024 को रात 07 बजकर 41 मिनट पर