Ashad Pradosh Vrat 2024: कब है प्रदोष व्रत जाने शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, उपाय

प्रदोष व्रत का महत्व

Ashad Pradosh Vrat 2024: मित्रो आषाढ़ मास में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत महीने में दो बार पड़ता है। एक शुक्ल पक्ष में तो दूसरा कृष्ण पक्ष में, धार्मिक मान्यता है कि आषाढ़ मास में त्योदर्शी तिथि के दिन प्रदोषकाल में भगवान शिव जी की पूजा आराधना करने से सभी प्रकार की मनोकामना पूरी होती है। और जीवन मे आने वाली सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ महीना भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत खास महीना माना जाता है। इसलिए इस महीने में प्रदोष का व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

आइये जानते है साल 2024 जुलाई के महीने में आने वाला प्रदोष व्रत कब है 18 या 19 जुलाई को, ना हो कंप्यूज जानिए सही दिन व तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, और प्रदोष व्रत में किया जाने वाला उपाय

प्रदोष व्रत पूजा विधि

Pradosh Vrat 2024 Puja Vidhi: प्रदोष व्रत भगवान शिव जी को समर्पित होता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव जी के साथ माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से व्रती की आयु में वृद्धि होती है और जीवन खुशियो से भरा रहता है। इसलिए प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विधि पूर्वक पूजा करना चाहिए जैसे

  • प्रदोष व्रत के दिन व्रती सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके नये वस्त्र धारण करें फिर व्रत का संकल्प लें।
  • इसके बाद भगवान शिव जी की पूजा आराधना करें। फिर शाम के समय एकबार फिर स्नान आदि करके भगवान शिव जी की पूजा करे।
  • इसके बाद घर पर या किसी भी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव जी की पूजा करे।
  • इसके बाद शिवलिंग पर शहद, दूध, घी, या गंगा जल आदि से अभिषेक करें।
  • इसके बाद शिवलिंग पर मौसमी फल, फूल, धतूरा आदि अर्पित करे।
  • इसके बाद भगवान शिव जी को फल और मिठाई का भोग लगाएं और फिर भगवान शिव जी के मंत्रों का जाप करे।
  • इसके बाद भगवान शिव जी के मंत्रों का जाप करे और रात्रि जागरण करते हुए शिव चालीसा का पाठ करें।
  • और अंत मे भगवान शिव जी की आरती करते हुए प्रसाद वितरित करे।

प्रदोष व्रत उपाय

Pradosh Vrat 2024 Upay: मित्रो प्रदोष व्रत के दिन कौन सा उपाय करना चाहिए जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो जाय। ऐसी मान्यता है कि त्रयोदशी तिथि के दिन या फिर सोमवार के दिन भगवान जी की पूजा करने से या फिर प्रदोष व्रत के दिन ये 3 उपाय करने से भगवान शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होते है। और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते है।

  1. ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन जो भी व्रती सफेद रंग का वस्त पहनकर भगवान शिव जी की पूजा करता है। और अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी भी गरीब व्यक्ति या किसी भी असहाय ब्राम्हण को सफेद वस्त्र दान करता है तो उसके कार्य क्षेत्र के कैरियर में उन्नति होती है।
  2. इसके अलावा जो भी लोग प्रदोष व्रत के दिन माता पार्वती को सभी श्रृंगार की सामग्री अर्पित करके भगवान शिव जी को पंचामृत से स्नान कराते है तो उनके जीवन मे वैवाहिक सुखमय बना रहता है। और गृहस्त जीवन से जुड़ी सभी बाधाये दूर होती है।
  3. ऐसी मान्यता है जो भी शादी सुधा जोड़े शनि प्रदोष व्रत के दिन उपवास रखकर भगवान भोलेनाथ के मंदिर में जाकर पूजा पाठ करते है और शनि प्रदोष व्रत की कथा सुनते है उनको पुत्र प्राप्ति के योग बनते है।

Pradosh Vrat 2024 Date And Shubh Muhurat: प्रदोष व्रत में भगवान शिव जी की पूजा प्रदोष काल यानी संध्याकाल में करनी चाहिए। आईये जानते है पूजा करने का शुभ मुहूर्त

  • मित्रो अब आप को बतादे की हिंदी पंचांग के अनुसार साल 2024 में आषाढ़ शुक्ल गुरु प्रदोष व्रत 18 जुलाई 2024 दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।
  • प्रदोषकाल पूजा का शुभ मुहूर्त है – रात 08 बजकर 44 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 23 मिनट तक रहेगा
  • पूजा की कुल अवधि है – केवल 00:39 मिनट
  • त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ होगी – 18 जुलाई 2024 को रात 08 बजकर 44 मिनट पर
  • त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी – 19 जुलाई 2024 को शाम 07 बजकर 41 मिनट पर

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