Pradosh Vrat 2024: दिसम्बर 2024 में मार्गशीर्ष कृष्ण प्रदोष व्रत कब है, जाने सही डेट टाइम, पूजा शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, उपाय

Pradosh Vrat 2024: हिन्दू धर्म मे प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के दोनों पक्ष कृष्ण और शुवल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव जी को समर्पित होता है इस दिन भगवान शिव जी की पूजा करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत में भगवान शिव जी के साथ माता पार्वती की पूजा आराधना करने से व्रती की सभी मनोकामना पूर्ण होती है। शिव पुराण में बतलाया गया है कि प्रदोष काल मे भगवान शिवजी की पूजा करने वाले व्रती को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। वही मरने के बाद सीधे उच्च लोक की प्राप्ति होती है।

शिव पुराण के अनसार प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में यानि शाम के समय करने से मनोकामना पूरी होती है। साल 2024 में मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 28 दिसंबर दिन शनिवार को पड़ रही है। इसलिए यह शनिवार के दिन पड़ने की वजह से यह शनि प्रदोष व्रत होगा। आइये जानते है साल 2024 में मार्गशीर्ष कृष्ण प्रदोष व्रत कब है 28 या 29 दिसम्बर, जाने सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, और प्रदोष के दिन किये जाने वाला उपाय

शनि प्रदोष व्रत पूजा विधि Shani Pradosh Vrat 2024 Puja Vidhi

शनि प्रदोष व्रत के दिन प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प ले। फिर सबसे पहले भगवान सूर्य देव को जल का अर्ध्य दे और विधिवत भगवान शिव माता पार्वती का पूजा करे। प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय करने की मान्यता है।

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इसीलिए सायंकाल पूजा के शुभ मुहूर्त में पुनः स्वच्छ होकर गाय के टूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें फिर शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, मदार, पुष्प, भस्म आदि अर्पित करे। इसके बाद व्रत कथा पढ़कर आरती भगवान शिव माता पार्वती की आरती करें।

शनि प्रदोष व्रत के उपाय Remedies for Shanni Pradosh fast

धार्मिक मान्यता है कि शनि प्रदोष के दिन भगवान शिवजी के साथ शनिदेव की पूजा-उपासना करने से शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। कहा जाता है कि इस दिन किए गए सरल उपायों से भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं और सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। शनि प्रदोष व्रत के दिन शिवजी के साथ शनिदेव की पूजा करने से शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या समेत सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। लेकिन प्रदोष व्रत के कुछ नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है। तो आइये जानते है प्रदोष के दिन क्या करें और क्या नहीं जैसे –

  • ऐसी मान्यता है कि यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर पड़ रहा है तो शुक्र प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव जी की आराधना करके माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। ऐसा करने से कुंडती में चंद्रमा की स्थिति मजबूत हो सकती है। माना जाता है कि प्रदोष के दिन प्रदोष काल में शिवलिंग पर दही अर्पित करने से जीवन में सिथिरता आती है।
  • धार्मिक मान्यता है कि शनि प्रदोष व्रत के दिन एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी परछाई देखने के बाद उस तेल को शनि मंदिर में लेजाकर दान करने से गरीबी दूर होती है। और जीवन मे आने वाली सभी बाधाएं समाप्त हो जाती है।

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  • ऐसी मान्यता है कि शनि प्रदोष व्रत के दिन अपने घर के मुख्य दरवाजे पर काले घोड़े की नाल लगाने से परिवार की तरक्की होगी कारोबार में वृद्धि होगी। और के सभी सदस्यो को कामयाबी हासिल होगी।
  • प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर जानकर भगवान शिव जी पूजा करे। और किसी जरूरतमंद लोगों को मौसमी वस्त्र, अन्न, धन आदि का दान दक्षिणा देना चाहिए।
  • शनि प्रदोष व्रत के दिन हरे मूंग की दाल का सेवन करना चाहिए। और लाल मिर्च, अन्न, चावल, और नमक नही खाना चाहिए।

मार्गशीष कृष्ण प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त 2024 Pradosh Vrat 2024 Shubh Muhurat

अब आइये जानते है साल 2024 दिसम्बर माह में आने वाला कृष्ण प्रदोष व्रत कब है। तो आप को बता दे की साल 2024 में मार्गशीर्ष कृष्ण प्रदोष व्रत 28 दिसम्बर दिन शनिवार को मनाया जाएगा।

प्रदोष काल का समय है – शाम 05 बजकर 33 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 17 मिनट तक रहेगा।
प्रदोष काल की कुल अवधि होगी – 02 घंटा 44 मिनट

पौष मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि शुरू होगी – 28 दिसम्बर 2024 को सुबह 02 बजकर 26 मिनट पर
पौष मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी – 29 दिसम्बर 2024 को सुबह 03 बजकर 32 मिनट पर

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