Durga Puja Kab Hai 2025: शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा का पूजन का विशेष महत्व है। इस दौरान माता दुर्गा के सभी नव रूपो की पूजा अलग अलग तरीके से की जाती। दुर्गा पूजा का हिन्दू धर्म मे विशेष महत्व है। दुर्गा पूजा प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के शुक्लपक्ष की प्रतिप्रदा तिथि से शुरू होता है, और आश्विन मास की शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को समाप्त होता है। यह पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दुर्गा पूजा का पर्व मुख्य रूप से बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में मनाया जाता है। इस दिन जगह जगह पर दुर्गा पंडाल बनाया जाता है। और माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित करके माता दुर्गा की पूजा की जाती है।
धार्मिक मान्यता है की आज के दिन ही माता दुर्गा ने महिसासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसलिए दुर्गा पूजा का पर्व शक्ति पाने के उदेय्य से मनाया जाता है। जिससे बुराईयों का अंत किया जा सके। यह पर्व बुराई पर अच्छाई का जीत का प्रतीक माना जाता है। आइये जानते है साल 2025 में दुर्गा पूजा कब है? जानिए सही दिन व तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और क्या करे क्या नही ?
दुर्गा पूजा पूजा विधि Durga Puja Vidhi 2025
दुर्गा पूजा के दिन सुबह जल्दी उठकसर नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्नान आदि करके शुद्ध वस्त्र धारण करें। इसके बाद एक मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोकर उसके बीचो-बीच मिट्टी का कलश रखकर उसमें गंगाजल डालकर स्थापित करें। इसके बाद कलश के ऊपर अखंड दीप जलाएं। और माता दुर्गा की पूरे विधि विधान के साथ पूजा करें पूजा करने के बाद माता दुर्गा को जल का अर्घ्य दें। अर्घ्य देने के बाद मां के की तस्वीर पर अक्षत और सिंदूर चढ़ाएं। और माता की आरती करके पूजा समाप्त करे।
दुर्गा पूजा के दौरान क्या करे क्या नही ? What to do and what not to do during Durga Puja?
धार्मिक मान्यता के अनुसार माता दुर्गा की पूजा करते कुछ ऐसे कार्य है जिसे भूलकर भी नही करना चाहिए जैसे –
- दुर्गा मांता की पूजा में मंत्र का जाप करते समय अपने शरीर को नहीं हिलाना चाहिए। और गा गा कर मंत्र का जाप नही करना चाहिए।
- माता दुर्गा की पूजा करते समय अपने मन और विचारों को पवित्रता बनाए रखना चाहिए।
- और नवरात्रि के दिनों में अपनी मां और मां की उम्र की सभी महिलाओं का अपमान भुलकर भी नही करना चाहिए।
- नवरात्रि के दिनों में किसी के साथ छल,कपट और अपशब्दों का प्रयोग नही करना चाहिए।
- व्रत रखने वाले को भूलकर भी बाल दाड़ी नही कटवाना चाहिए।
- और भोजन में लहसुन प्याज का इस्तेमाल भूलकर भी नही करना चाहिए।
- जो लोग नौ दिनों तक माता दुर्गा व्रत और पूजन करते है। वो लोग भूलकर भी गन्दे कपड़े भूलकर भी नही पहनना चाहिए।
- दुर्गा पूजा के दौरान माता दुर्गा के 108 नामो का जाप जरूर करना चाहिए।
- माता दुर्गा की पूजा में अखण्ड दिप जरूर जलानी चाहिये।
- माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए माता दुर्गा की दोनों पहर (सुबह-शाम) पूजा जरूर करना चाहिए।
- माता दुर्गा की पूजा करने के तुरन्त बाद भोजन नही करना चाहिए।
- यदि आप किसी भी बाधा से जूझ रहे है तो माता दुर्गा के इस मंत्र का शरणागत दीनार्थ परित्राण परायणे! सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणी नमोस्तुते!! जाप जरूर करना चाहिए।
- यदि माता दुर्गा का व्रत रखें है तो मौसमी फल और सलाद खा सकते हैं।
- नवरात्रि व्रत में भूलकर भी शारीरिक संबंध नही बनाना चाहिए।
- माता दुर्गा का व्रत रखें है तो किसी को अपशब्द नही बोलना चाहिए। और ना ही किसी से लड़ाई झगड़ा करना चाहिए।
दुर्गा पूजा 2025 व्रत त्यौहार तिथि Durga Puja 2025 Date Time
- दुर्गा पूजा का पहला दिन – 27 सितबर 2025 दिन शनिवार पंचमी, बिल्व निमन्त्रण
- दुर्गा पूजा का दूसरा दिन – 28 सितंबर 2025 दिन रविवार, षष्छी कल्पारम्भ, अकाल बोधन आमन्त्रण और अधिवास
- दुर्गा पूजा का तीसरा दिन – 29 सितंबर 2025 दिन सोमवार, सप्तमी, नवपत्रिका पूजा, कोलाबोऊ पूजा
- दुर्गा पूजा का चौथा दिन – 30 सितंबर 2025 दिन मगलवार, अष्टमी दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा रगखिलता
- दुर्गा पूजा का पांचवा दिन – 01 अक्टूबर 2025 दिन बुधवार, नवमी, महा नवमी, दुर्गा बलिदान
- दुगा पूजा का छठवां दिन – 02 अक्टूबर 2025 दिन गुरुवार, दशमी, दुर्गा विसर्जन, विजयादशमी, सिन्दूर उत्सव