Dasha Mata Vrat 2025 Puja Shubh Muhurat: दशामाता का व्रत सभी व्रतों में से एक माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने घर की विगड़ी हुई दशा को ठीक करने के लिए माता दशा से विनती करती है। दशामाता का व्रत भारत के कुछ ही क्षेत्रो में जैसे- गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश आदि जगहों पर बड़ी ही हर्लोलास के साथ दशामाता का व्रत किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रती महिलाएं अपने परिवार की भलाई के लिए और अपने जीवन से नकारात्मक प्रभावों को खत्म करने के लिए माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है।
साल 2025 में दशा माता का व्रत 25 मार्च दिन मंगलवार से शुरू हो रहा है और इसकी व्रत की समाप्ति होगी 04 अप्रैल 2025 को। मान्यता है दशामाता का व्रत पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है। दशा माता की पूजा करने से पहले दिन स्नान आदि करके पूजा स्टाल पर दशा माता की मूर्ति की स्थापना की जाती है। और सभी महिलाएं एक समय एक ही जगह पर इकठ्ठा होकर माता दशा की गीत गाती और बजाती और अपने जीवन आने वाले सभी प्रकार की दशा सुधारने की कामना करती हैं। आइये जानते है साल 2025 में दशामाता का व्रत कब रखा जाएगा जाने डेट टाइम
दशा माता व्रत 2025 तिथि और पूजा मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार साल 2025 में चैत्र मास के कृष्णपक्ष की दशमी तिथि 24 मार्च 2025 को शाम 05 बजकर 40 मिनट पर होगी और इस तिथि की समाप्ति होगी 25 मार्च 2025 को शाम 05 मिनट पर
और पूजा का शुभ मुहूर्त है 25 मार्च 2025 को सुबह 06 बजकर 45 बजे से लेकर सुबह 10 बजकर 15 तक रहेगा।
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दशा माता पूजन सामग्री
Dasha Mata Pujan Samagri: दशामाता की पूजा के लिए पूजा की थाली में रोल, मौली, सुपारी, चावल, दीपक, नैवेद्य, धुप, अगरबत्ती, श्वेत धागा , हल्दी, मेहंदी, सिंदूर आदि रखले फिर पूजा शुरू करे।
दशा माता व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यता है कि Dasha Mata Ka Vrat करने से परिवार में सद्भाव शांति और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। और पिछले जन्मों में किये गए पापों से छुटकारा पाने के लिए यह व्रत किया जाता है। महिलाएं दुर्भाग्य को दूर करने, बाधाओं को दूर करने और अपने जीवन में शुभता को आमंत्रित करने के लिए यह व्रत करती हैं।