Holika Dahan Ki Aarti: हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह के शुक्लपक्ष की पुर्णिमा की रात्रि में होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। पुराणों के अनुसार भगवान नरसिंह ने हिरण्यकश्यप जैसे असुर का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक स्थापित किया। इसलिए होली की रात में भगवान नरसिंह की पूजा अर्चना करने से हमारी ऊपर आने वाली सभी बुरी शक्तियों का नाश होता है। और आत्मविश्वास बढ़ता है और हमारे शरीर मे शक्तियां आने लगती है। शास्त्रो के अनुसार भगवान नरसिंग की पूजा अर्चना होली जलाने से पहले करनी चाहिए।
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नरसिंह भगवान की आरती Narasimha Bhagwan Aarti
ओम जय नरसिंह हरे
प्रभु जय नरसिंह हरे
स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे
स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे
जनका ताप हरे
ओम जय नरसिंह हरे !!
तुम हो दिन दयाला
भक्तन हितकारी
प्रभु भक्तन हितकारी
अद्भुत रूप बनाकर
अद्भुत रूप बनाकर
प्रकटे भय हारी
ओम जय नरसिंह हरे !!
सबके ह्रदय विदारण
दुस्यु जियो मारी
प्रभु दुस्यु जियो मारी
दास जान आपनायो
दास जान आपनायो
जनपर कृपा करी
ओम जय नरसिंह हरे !!
ब्रह्मा करत आरती
माला पहिनावे
प्रभु माला पहिनावे
शिवजी जय जय कहकर
पुष्पन बरसावे
ओम जय नरसिंह हरे !!