Diwali पर किस दिन खरीदे झाड़ू ? दीवाली के दिन झाड़ू क्यो खरीदा जाता है? जानिए झाड़ू से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

Diwali: दीपावली पर्व हिंदुओ का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। यह पर्व अंधकार पर प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व माता लक्ष्मी भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। लेकिन इसके अलावा दिवाली का पर्व भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी को 14 साल के वनवास से अयोध्या लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने घर-घर में दीप जलाकर खुशियां मनाई थी। इसलिए यह पर्व सम्पूर्ण भारत वर्ष में दीप जलाकर खुशियां मनाई जाती है।

आइये जानते है शास्त्रो के अनुसार दीवाली या धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदे से माता लक्ष्मी जी अति प्रसन्न होती है और उनकी कृपा से घर मे बरकत आती है। लेकिन झाड़ू खरिदने से पहले कुछ विशेष बातों को भी जान लेते है जैसे –

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दीवाली के दिन झाड़ू खरीदने के फायदे

धनतेरस या दीपावली को लेकर हिन्दू धर्म मे कई तरह की शुभ बातों को बताया जाता है। जहां दीवाली खुशियों और उत्साह को लेकर आती है। तो वहीं दिवाली के दिन कुछ खरीदारी करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। माता जाता है कि दिवाली या धनतेरस के दिन लोग सोने, चांदी से जुड़ी कोई भी ज्वैलरी आदि खरीदा जाता है। लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार दिवाली के दिन झाड़ू खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है।

ऐसी मान्यता है कि दिवाली के दिन झाड़ू खरीद कर उसकी पूजा करने के बाद अगले दिन ही इसका प्रयोग करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि अगर झाड़ू का प्रयोग सही तरह किया जाय तो जीवन में आने वाली बहुत सी परेशानियां दूर होती है।

हिन्दू धर्म मे झाडू को माता लक्ष्मी समान माना जाता है इसलिए जो भी लोग झाड़ू का अपमान करते हैं तो इससे माता लक्ष्मी का अपमान होता है। यदि जाने-अनजाने में झाड़ू पर पैर पड़ जाए तो उसको उठाकर माथे लगाना चाहिए।

धार्मिक मान्यता है कि झाड़ू में धन संपत्ति की देवी माता लक्ष्मी जी का वास होता है। इसलिए अपने मे घर मे माता लक्ष्मी जी को वास कराने जे लिए। दिवाली या धनतेरस के दिन किसी भी मंदिर में जाकर मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई करके धूप-दीप जलाकर पूजा अर्चना करने के बाद शुभ मुहूर्त में झाड़ू का दान करना चाहिए।

धार्मिक मान्यता है कि यदि आप नया घर बनाये है और उसमें गृह प्रवेश करना चाहते है तो घर की महिला को झाड़ू लेकर घर मे प्रवेश करना चाहिए। ऐसा करने से घर मे सुख सौभाग्य की प्राप्ति होती है। और घर मे धन की कभी भी कमी महसूस नही होती है।

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ऐसी मान्यता है कि यदि दिवाली या धनतेरस के पहले झाड़ू खरीदना चाहते है तो कृष्ण पक्ष के दौरान ही खरीदना चाहिए। और भूलकर भी शुक्लपक्ष में झाड़ू नही खरीदना चाहिए जिसे माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

झाड़ू का प्रयोग करने के बाद झाड़ू का क्या करे ?

शास्त्रो में बतलाया गया कि झाड़ू को कभी भी खुले स्थान पर नही रखना चाहिए। क्योकि झाड़ू को खुले स्थान पे रखने से अपशगुन होता है।

इसके अलावा झाड़ू को कभी भी मुख्य द्वार से किसी को भी झाड़ू नही दिखाना चाहिए। ऐसा करना अपशगुन माना जाता है। इसके अलावा मुख्य द्वार से आते जाते समय झाड़ू दिखाई भी नही देनी चाहिए। अगर झाड़ू का उपयोग नही हो रहा हो तो नजर के सामने ना रखे। बल्कि उसे उत्तर की दिशा में छिपाकर रख देना चाहिए।

Diwali: धार्मिक मान्यता के अनुसार झाड़ू को कभी भी पूजा घर, भोजनालय गृह या अपने बेडरुम में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए अगर बेडरुम में आप झाड़ू रखते हैं तो शादीशुदा जीवन में तमाम तरह की परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा झाड़ू को कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। और जो झाड़ू पुराना हो चुकी है उसे घर मे नही रखना चाहिए।

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