Ganesh Ji Ki Aarti: धार्मिक मान्यता के अनुसार कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से पहले भगवान गणेश जी पूजा अर्चना की जाती है। ताकि मार्ग में आने वाली सभी बाधाओं को भगवान गणेश जी समाप्त करेंगे। जिस तरह से पूजा में सबसे पहले गणेश भगवान की आराधना का विधान है। ठीक उसी तरह भगवान गणेश जी की आरती का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश जी आरती करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं और सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है।
गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा!
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा !! जय….
एकदत्त दयावन्त चार भुजाधारी !
मस्तक सिन्दूर सोहे पूसे की सवारी !! जय…..
अन्धन को आँख देत कोढ़िन को काया !
बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया !! जय…..
पान चढे फूल चढे और चढे मेवा !
लड्डुअन का भोग-लगे सन्त करें सेवा !! जय….
दिनन की लाज राखी शम्भु-सुतवारी !
कामना को पूरा करो जग बलिहारी !! जय…
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