Hariyali Teej 2026: हिन्दू धर्म मे हरियाली तीज व्रत का विशेष महत्व है। हिंदी पंचांग के अनुसार हरियाली तीज व्रत हर वर्ष श्रावण मास के शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। और इसे हरियाली तीज, या श्रावणी तीज व्रत के नाम से भी जाना जाता है। और हरियाली तीज अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जुलाई या अगस्त के महीने में पड़ती है। हरियाली तीज व्रत मुख्य रूप से महिलाओं का पर्व होता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार हरियाली तीज व्रत के दिन सभी व्रती महिलाएं झूला जुलती है। और लोक गीत गाकर इस व्रत का उत्सव मनाती हैं। हरियाली तीज के अवसर पर देशभर में बहुत सी जगहों पर मेले का आयोजन किया जाता है। और इस दिन माता पार्वती की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। हरियाली तीज सुहागन स्त्रियों के लिए बहुत ही महत्व पूर्ण त्योहार है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि हिदू रीति रिवाज के अनुसार नवविवाहित लड़कियों के लिए विवाह के बाद पड़ने वाले पहले सावन के त्यौहार का विशेष महत्व होता है। क्योकि हरियाली तीज व्रत के दिन सभी सुहागिन लड़कियों को ससुराल से मायके बुलाया जाता है। आइये जानते है साल 2026 में हरियाली तीज कब है ? 14 या 15 अगस्त, जानिए दिन व तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, और इस दिन किये जाने वाला उपाय, तृतीया तिथि कब शुरू और कब समाप्त होगी।
हरियाली तीज 2026 पूजा का शुभ मुहूर्त
साल 2026 में श्रावण मास के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि शुरू हो रही है 14 अगस्त 2026 को शाम 06 बजकर 46 मिनट पर और तृतीया तिथि समाप्त होगी 15 अगस्त 2026 को शाम 05 बजकर 28 मिनट पर रसलिये हरियाली तीज 15 अगस्त दिन शनिवार को मनायी जाएगी।
नोट कर ले- पूजा की कुछ जरूरी बाते
Hariyali Teej Vrat Niyam 2026: हरियाली तीज पर कुछ परम्परायें ऐसी होती है जिसे तीज से एक दिन पहले निभाया जाता है। इस दिन सादी सुधा लड़कियों के ससुराल से वस्त्र, आभूषण, श्रृंगार का सभी सामान, जैसे मेहंदी, काजल, सिंदूर, नए कपड़े, मिठाई आदि भेजी जाती है। जिसे पहनकर सभी सुहागिन लडकिया अपने सास के पैर छूकर उन्हें सुहागी देती हैं। यदि सास न हो तो जेठानी या किसी अन्य वृद्धा महिला को दी जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन सभी सुहागिन व्रती महिलाएं श्रृंगार और नए वस्त्र पहनकर माता अपने पति की लम्बी आयु और परिवार की सुख समृद्वि के लिए माता पार्वती और भगवान शिव जी की पूजा करती हैं।
हरियाली तीज पूजा विधि
Hariyali Teej 2026 Puja Vidhi: हरियाली तीज व्रत के दिन सभी व्रती महिलाएं सुबह जल्दी उठकर नित्यक्रिया से निवित्र होकर पूजा घर की अच्छे से साफ-सफाई करके स्नान आदि करले। इसके बाद पूजा घर को आम के पत्ते (तोरण) से मंडप को सजा ले। इसके बाद एक चौकी पर मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, भगवान गणेश, माता पार्वती और उनकी सखियों की प्रतिमा बनाकर स्थापित करे।
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और स्थापित करने के बाद देवी देवताओं का आह्वान करते हुए पूजन किया जाता है। और यह पूजन रात भर चलता है। लेकिन हरियाली तीज व्रत के दिन कुछ बातों की सावधानियां बरतनी चाहिए। हरियाली तीज व्रत के दिन सभी व्रती महिलाओं को अपने पति से झूठ नही बोलना चाहिए। और नाही छल कपट, दुर्व्यवहार, और दूसरे की बुराई आदि नही करना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का फल नही मिलता है।