Kharmas 2024 Date: खरमास मलमास 2024 ज्योतिषियों का मानना है कि जब भगवान सू्यदेव धनु और मीन राशि में प्रवेश करते है तो खरमास लगता है। हिंदी पंचांग के अनुसार खरमास साल में दो बार लगता है। एक धनु संक्रांति और दूसरा मीन संक्रांति में शास्त्रो में खरमास (या मलमास) को अशुभ माना जाता है जो साल में दो बार आती है। एक बार धनु संक्रांति के दौरान और दूसरी बार मीन संक्रांति के दौरान।
यह हर बार लगभग एक महीने तक रहता है। जिससे कोई भी शुभ कार्य नही किया जाता है। शास्त्रो में शुभ व मांगलिक कार्य करने के लिए मुहर्त निकाले जाते हैं। कहा जाता है की ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थितियों के अनुसार किए गए काम शुभ फल देने वाला माना जाता हैं। हिंदू धर्म में शुभ व मांगलिक कामों को करने के लिए कुछ महीनों और तिथियों को अशुभ बतलाया गया है।
जैसे की खरमास में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य जैसे- शादी-विवाह, मुंडन-मुहूर्त, गृह प्रवेश, नये रोजगार, नये वाहन खरीदना आदि संस्कार नहीं किए जाते हैं। आइये जानते है साल 2024 दिसंबर में खरमास कब से से शुरू होगा और कब तक रहेगा। जानिए सही दिन व तारीख व महत्व और इस मास में क्या करना चाहिए क्या नही
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खरमास में क्या करे क्या ना करे What to do and what not to do in Kharmas
▪️धार्मिक मान्यता के अनुसार खरमास के महीने में मांगलिक कार्यों को वर्जित माना गया है। इसलिए इस दौरान शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, आदि शुभ कार्य करने की मनाही होती है।
▪️धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान भगवान सूर्यदेव और भगवान विष्णुजी की पूजा करनी चाहिए। और किसी भी जरूरत मंद व्यक्ति और किसी भी गरीब ब्राम्हण को खरमास की अवधि में अन्न दान. वस्त्र दान और धन का दान करना चाहिए।
▪️ऐसी मान्यता है कि खरमास या मलमास के महीने में ब्राह्मण, गुरु, और गाय की सेवा करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। और खरमास में तुलसी की पूजा करनी चाहिए।
▪️धार्मिक मान्यता के अनुसार खरमास के महीने में तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। जैसे- मांस, मछली, अंडा, लहसुन, प्याज आदि।
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▪️ऐसी मान्यता है कि मलमास या खरमास के दौरान अपनी बहू या बेटी की विदाई करना भी शुभ नहीं माना जाता है। बल्की खरमास-या मलमास के दौरान भगवान विष्णु व भगवान शंकर की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
मलमास में भगवान सूर्यदेव की पूजा करने की सही विधि Kharmas 2024 Surya Arghya Niyam
खरमास में सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करे लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रहे कि हमेशा उगते हुए ही भगवान सूर्यदेव को अर्य देने की कोशिश करना चाहिए। इसके बाद एक लोटे में जल भरकर उसमे रोली,अक्षत, गुड़ व लाल फूल डालकर भगवान सूर्यदेव को अर्घ दे। इसके बाद भगवान सूर्य को प्रणाम करें और उनके मंत्रो का जाप करें।
और सूर्य चालीसा का पाठ करें। इसके बाद भगवान सूर्यदेव की धूप, दीप और कपूर से आरती करें। इसके पश्चयात भगवान सूर्य देव को फल, मिठाई, घर पर बने प्रसाद आदि का भोग लगाएं। इसके बाद पूजा में हुई गलतियों के लिए माफी मांगे। इसके बाद लाल कपड़ा पहनकर जरूर पहने भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करे।
खरमास या मलमास 2024 कब से कब तक रहेगा When will Kharmas or Malmas 2024 last?
तो आइए जानते है हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2024 में 15 दिसंबर 2024 दिन रविवार को सूर्य देव रात्रि में 10 बजकर 19 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन धनु संक्रांति रहेगी।
15 दिसंबर 2024 से खरमास भी शुरू हो जायेगा और 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के दिन खरमास समाप्त होगा।
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