Sankashti Chaturthi 2024: कार्तिक संकष्टी चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व है। इस दीन भगवान गणेश जी पूजा अर्चना की जाती है। हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन संकष्ठी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। कार्तिक मास में पड़ने वाली संकष्टी चतुर्थी को व्रततुण्ड संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत भी रखती है। और इस दिन भगवान शिव माता पार्वती के साथ करवा माता की पूजा अर्चना करती है
ऐसी मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने और व्रत रखने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। और भगवान गणेश की कृपा सदैव बनी रहती है। और साथ ही जीवन की सभी परेशानिया दूर होती है। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास में आने वाली वर्ततुण्ड संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से हजार अश्वमेघ यज्ञ करने जितना फल की प्राप्ति होती है और पुत्र सुख की प्राप्ति होती हैं।
आइए जानते है साल 2024 में कार्तिक संकष्टी चतुर्थी व्रत कब है ? 20 या 21 अक्टूबर, जाने सही तिथि पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और इस दिन किये जाने वाला उपाय –
संकष्टी चतुर्थी 2024 पूजा विधि
Sankashti Chaturthi 2024 Puja Vidhi: वर्ततुण्ड संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रती को शुभ मुहूर्त उठकर दैनिक क्रिया करके स्नान आदि करके साफ कपड़े पहनकर व्रत का संकल्प ले। और पूजा स्थल को अच्छे से साफ सफाई करके गंगा जल का छिड़काव करें। इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर पीले या लाल रंग का कपड़ा विछाकर उसपर भगवान गणेश जी प्रतिमा या फ़ोटो स्थापित करे। इसके बाद घी का दीपक जलाएं इसके बाद भगवान गणेश जी को पुष्प माला अर्पित करे। इसके बाद 108 दूर्वा की गांठे और सिन्दूर, अच्छत और लडडू, फल आदि का भोग लगाएं। इसके बाद भगवान गणेश का ध्यान करते हुए आरती करें। और संकष्टी चतुर्थी व्रत की कथा पड़े या सुने। इसके बाद भगवान गणेश जी के मंत्रो का जाप करते हुए व्रत का पारण करे।
कार्तिक संकष्टी चतुर्थी व्रत उपाय
Sankashti Chaturthi Vrat 2024 Upay: वर्ततुण्ड संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा में दूर्वा की माला अर्पित करें। और उन्हें घी और गुड़ का भोग लगाएं। और भगवान गणेश से धन प्राप्ति या रुके हुए धन को वापस पाने की प्रार्थना करें और पूजा समाप्त होने के बाद घी और गुड़ किसी गाय को खिला दें या फिर जरूरतमंदों में वितरित कर दें।
धार्मिक मान्यता के अनुसार यदि जीवन में किसी भी तरह का कष्ट है। तो उसे दूर करने के लिए भगवान गणेश जी के समक्ष चौमुखी दीपक जलाएं। इसके अलावा जितनी आपकी उम्र हो उतने लड्डू भी इस दिन की पूजा में शामिल करें। फिर पूजा करने के बाद एक लड्डू खुद खाएं और बाकी लोगों में बांट दें। इसके अलावा भगवान सूर्यनारायण के सूर्यअष्टक का 3 बार पाठ करें।
कार्तिक संकष्टी चतुर्थी 2024 पूजा शुभ मुहूर्त
Kartik Sankashti Chaturthi 2024 Date Time: अब आप को बतादे की साल 2024 में कार्तिक संकष्टी चतुर्थी व्रत 20 अक्टूबर दिन रविवार को मनाई जाएगी।
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ होगी – 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर
चतुर्थी तिथि समाप्त – 21 अक्टूबर 2024 को सुबह 04 बजकर 16 मिनट पर
चंद्रोदय का समय है – शाम 07 बजकर 54 मिनट पर