शीतला सप्तमी का महत्व
Sheetala Saptami 2025: मित्रो शीतला सप्तमी माता शीतला को समर्पित होता है। इस दिन माता शीतला की पूजा की जाती है। शीतला सप्तमी को बासौडा पूजा के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार शीतला सप्तमी हर साल माघ मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। शीतला सप्तमी का पर्व भारत के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। शीतला सप्तमी के दिन, माता शीतला देवी की पूजा करने का विशेष महत्व बतलाया गया है।
इस दिन लोग सुबह जल्दी उठते हैं। और ठंडे पानी से स्नान करते हैं। और अपनी प्रार्थना करने के लिए माता शीतला के मंदिरों में जाते हैं। और अपनी इच्छापूर्ती के लिए माता शीतला से विनती करते है। तो कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते है। और माता शीतला की पूरे विधि विधान के साथ अपने घर के मंदिर में ही माता शीतला की पूजा आराधना करते है। तो कुछ लोग माता शीतला को प्रसन्न करने के लिए सिर मुंडन भी करवाते है।
ऐसी मान्यता है कि हिंदू धर्म में केवल शीतला सप्तमी या शीतला अष्टमी के दिन ही माता शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है। और इस दिन सभी व्रती महिलाएं माता शीतला की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करती हैं।
ऐसी मान्यता है जो भी लोग माता शीतला की पूजा सप्तमी के दिन करते है। तो माता शीतला उनकी समस्त मनोकामना पूरा करती है। और माता शीतला की कृपा से धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है। और शरीर की समस्त बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
ऐसी मान्यता है कि आज के दिन घर में ताजा भोजन नही बनाया जाता है। बल्कि शाम को भोजन बनाकर रखा जाता है। और सुबह वही बासी भोजन खाया जाता है।
आइए जानते है साल 2025 में शीतला सप्तमी कब है? पूजा का शुभ मुहूर्त कब है, जानिए सही दिन व तारीख, और पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले उपाय जानेगे
शीतला सप्तमी पूजा विधि
Sheetala Saptami 2025 Puja Vidhi: मित्रो अब पूजा करने की विधि को भी जान लेते है जो इस प्रकार है।
- सप्तमी के दिन शुभ जल्दी उठकर स्नान आदि करके, सभी व्रत महिलाएं माता शीतला की पूजा करने के लिए प्रात: काल पूजा की थाली सजाती है।
- पूजा की थाली में दही, पूआ, पूड़ी, बाजरा, मीठे चावल, गुड़, मठरी भोग के लिए इक्कठा करके पूजा स्थान पर रख ले।
- इसके बाद माता शीतला को पूजा के लिए हल्दी, अक्षत, कलावा, चने की दाल, लोटे में जल, गूलरी की माला से पूजा करें। इसके बाद भोग लगाएं।
- इसके बाद जिस स्थान पर होलिका जलाई गई थी वहां जाकर जल अर्पित करे। इसके बाद घर आकर बड़े बुजोगो के पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले।
- फिर चढ़ाए गए प्रसाद को सभी मे वितरित करे। और खुद प्रसाद खाकर व्रत का पारण करे।
शीतला सप्तमी के दिन क्या करे क्या नही
Sheetala Saptami Kya Karen Kya Nahi: मित्रो अब माता शीतला की पूजा करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शीतला सप्तमी के दिन क्या करना चाहिए जैसे
- शीतला सप्तमी के अपने दिन घरों में अच्छे से साफ सफाई करके ही माता को भोग लगाने लिए पूजा से एक दिन पहले ही हलवा, पूरी, दही बड़ा, पकौड़ी, पुए रबड़ी आदि बनाले।
- और अगले दिन सुबह माता को भोग लगाकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करे। और माता को चढ़ाया गया वासी भोजन को परिवार के सभी सदस्यो में बाट दे। और खुद भी बासी भोजन ग्रहण करें।
- लेकिन शीतला अष्टमी के दिन गर्म चीजें नहीं खाना चाहिए। बल्कि एक दिन पहले ही बनाये गए भोजन को ही खाना चाहिए। और गर्म पानी से स्नान करना भी वर्जित माना गया है।
शीतला सप्तमी पूजा मुहूर्त
Sheetala Saptami 2025 Shubh Muhurat: मित्रो अब पूजा करने की विधि को भी जान लेते है जो इस प्रकार है।
- अब आप को बतादे की वर्ष 2025 में शीतला सप्तमी 21 मार्च दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी।
- शीतला सप्तमी पूजा मुहूर्त – 21 मार्च 2025 को सुबह 06 बजकर 09 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
- पूजा की कुल अवधि – 12 घण्टे 09 मिनट
- शीतला सप्तमी तिथि शुरू होगी – 21 मार्च 2025 को रात्रि 02 बजकर 45 मिनट पर
- शीतला सप्तमी तिथि खत्म होगी – 22 मार्च 2025 को सुबह 04 बजकर 23 मिनट पर