Som Pradosh Vrat 2025 Niyam: हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव परिवार की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत को पूरे विधि विधान के साथ से करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। और मनुष्य के जन्म-जन्मों- के पाप नष्ट हो जाते हैं। और भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
माघ मास भगवान शिव को समर्पित होता है शास्त्रो के अनुसार इस साल माघ मास के पहले प्रदोष पर खास संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा पाठ करने से हजार गुना लाभ प्राप्त होता है। हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष में त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत पड़ता है। जिसकी पूजा प्रदोष व्रत में की जाती है।
हिंदी पंचांग के अनुसार साल 2025 में माघ मास का पहला प्रदोष व्रत 29 जनवरी 2025 दिन सोमवार को रखा जाएगा। जब यह व्रत सोमवार को पड़ता है तो इसे सोम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशियों का आगमन होता है। आइये जानते है प्रदोष व्रत के दिन कुछ ऐसे कार्य होते है जिसे भुलकर भी नही करना चाहिए जैसे-
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प्रदोष व्रत के नियम Pradosh Vrat Ke Niyam
▪️प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी शिवलिंग पर तुलसी का पत्ता, सिंदूर, केतकी के फूल और हल्दी अर्पित नही करना चाहिए।
▪️प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी तामसिक चीजो का से नही करना चाहिए जैसे मास-मदिरा और लहसुन प्याज आदि
▪️सोम प्रदोष नाकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए और इस व्रत के दिन जाने अनजाने में झूठ न नही बोलना चाहिए।
▪️प्रदोष व्रत के दिन भुलकर भी शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित नही करना चाहिए।
▪️प्रदोष काल में व्रत के दौरान हरे मूंग का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा प्रदोष व्रत में अन्न, लाल मिर्च, चावल और सादा नमक नहीं खाना चाहिए। हो सके तो इस दिन पूरे दिन निर्जला या फलाहार का सेवन कर सकते हैं।